वहीं साप्ताहिक हाट या फिर किसी काम से गावों से शहर आने वाले अपने साथ रोटी लाते थे और मिसल के साथ अपना खाना पूरा करते थे. समय के साथ मिसल की शॉप वालों ने मिसल के साथ पाव देने शुरू किये और लोगों को ये स्वाद भी काफी https://rowancusfq.bloggip.com/19820519/अ-क-र-त-अन-ज-क-फ-यद-can-be-fun-for-anyone